रात में सफेद साड़ी में एक महिला (Raat Me Safed Saree Me Ek Mahila) Horror Story: मेरा नाम सुशांत है और मैं बदलापुर (मुंबई) में रहता हूँ। एक बार साल 1995 में जब मैं 13 साल का था तब मेरा भूत से सामना हुआ था। उस दिन गोकुलाष्टमी भी थी। मैं सुबह ही अपने दोस्तों के साथ दही हांडी देखने के लिए शहर में चला गया और पूरे दिन शहर में ही घूमता रहा।
मैंने और मेरे दोस्तों ने पूरे दिन मौज-मस्ती की। जब रात के 8:30 बज गए थे, तब हमने अपने एक दोस्त के घर पर डिनर किया। पर मैं बहुत ही चिंतित हो गया था क्योंकि मुझे वापस घर भी जाना था और रात भी हो चुकी थी। फिर मैंने जल्दी से खाना खाया और मैंने अपने दोस्त से कहा कि वह मुझे मेरे घर के आधे रास्ते तक छोड़ दे।
फिर मेरे दोस्त ने मुझे आधे रास्ते में ही छोड़ दिया और मैं आगे घर की तरफ अकेला ही चलने लगा। जब मैं अपने घर के अहाते (परिसर) में पहुँचा तब रात के लगभग 11:30 बजे थे। हमारा घर बहुत ही बड़ा है और हमारा अहाता आम और नीम के पेड़ों से घिरा हुआ है।
जब मैं अपने अहाते के अंदर पहुँचा तो मैंने देखा कि सामने वाला दरवाजा बंद था इसलिए मैं पिछले दरवाजे की तरफ चला गया और मैंने दरवाजा खटखटाया। फिर मैंने पीछे मुड़कर अहाते की ओर अपनी टॉर्च जलाई तो मैंने देखा कि एक महिला सफेद कपड़े पहने हुए एक आम के पेड़ के नीचे बैठी हुई थी और उसके बाल भी खुले हुए थे। मैं उसे देखकर बहुत ही दंग रह गया था कि वह आधी रात को पेड़ के नीचे अपने कपड़े धो रही थी और उसके पास पानी भी नहीं था। वह बिना पानी के कपड़े धो रही थी। मैं इतना डर गया था कि मैंने दोबारा से अपने घर का दरवाजा तीन बार खटखटाया और लाइट जलाई। फिर से मैंने देखा तो वह वही पर कपड़े धो रही थी और वह भी बिना पानी के और वो भी इस समय रात के ठीक 11:30 बजे।
मैं उसका चेहरा सही से देख नहीं पा रहा था क्योंकि उसने अपना चेहरा अपने बालों के पीछे छिपा रखा था तो मैं उसकी तरफ जाने लगा यह देखने कि वह सच में एक महिला है या फिर कोई और। वह मुझसे सिर्फ 20 मीटर की दुरी पर थी। फिर जब मैं उसकी तरफ थोड़ा आगे बढ़ा तो उसने कपड़े धोना बंद कर दिया और वह धीरे-धीरे अपने हाथों से अपने बाल पीछे करने लगी। उसके हाथ भी बहुत काले थे और उसने हाथों में चूड़ियाँ भी पहनी हुई थी। उसके बाद वह मेरी तरफ देखने लगी। आपको विश्वास नहीं होगा पर वह मेरी तरफ देखकर चिल्लाई नहीं बल्कि वह मुझे देखकर मुस्कुराने लगी। उसका चेहरा काला था और उसकी आँखें और उसके दाँत सफ़ेद थे। मुझे आज भी उसकी मुस्कान याद है। मैं बस उसकी तरफ ही देख रहा था और फिर मैं भी उसे देखकर मुस्कुराने लगा।
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थोड़ी देर बाद, उसने अपने बालों को अपने मुंह के आगे गिरा दिया और वह अपने कपड़े धोने लगी। अब मुझे एहसास हुआ कि वह कोई इंसान नहीं थी फिर मैं धीरे-धीरे पीछे की ओर जाने लगा। मैंने उसकी ओर अपनी पीठ नहीं की क्योंकि मेरी मां हमेशा मुझसे कहती थी जब भी तुम्हें कभी भी कुछ ऐसा अजीब सा दिखे तो तुम उसकी तरफ कभी भी अपनी पीठ मत दिखाना। बस पीछे की ओर चलते रहना। मेरी माँ भी अपने बचपन से ही ऐसी कई चीज़ों का सामना कर चुकी थी।
उसके बाद मैं पीछे की ओर चलता रहा, जब तक कि मैं सामने वाले दरवाजे पर नहीं पहुँच गया। फिर मैंने कई बार दरवाजा खटखटाया और आखिरकार मेरी बहन ने दरवाजा खोला और मैं जल्दी से घर के अंदर चला गया।
उसके बाद मैंने अपनी बहन को बताया कि कुछ देर पहले मेरे साथ क्या हुआ था। वह मुझे देखकर हँसने लगी। फिर मेरी बहन ने पीछे का दरवाजा खोला और लाइट चालू की और देखा तो वहाँ पर कोई भी नहीं था, और सच में, वहाँ पर कोई नही था। मैंने उसे बताया कि वहाँ पर अँधेरे में एक औरत सफेद कपड़े पहने हुए आम के पेड़ के नीचे बैठी हुई थी और बिना पानी के कपड़े धो रही थी। मेरी बहन मुझ पर हँसने लगी और मुझे सोने के लिए कहा। उस रात को मैं पूरी रात नहीं सो पाया था।
अगले दिन, मैंने मेरी माँ को सब कुछ बताया जो रात को मेरे साथ घटित हुआ था। फिर मेरी माँ ने मुझे बताया कि हमारे अहाते में पिछले कई सालों से एक महिला रह रही है लेकिन उसे हर कोई नहीं देख पाता है सिर्फ तुम जैसे ही कुछ लोग उसे देख पाते हो। मेरी माँ ने मुझसे कहा कि तुम उस औरत के बारे में ज्यादा चिंता मत करो वह तुम्हें कोई भी नुकसान नहीं पहुँचायेगी। कई सालों से वह महिला हमारे अहाते में रह रही है और वह हमारे परिवार को कुछ भी नुकसान नहीं पहुँचायेगी।
मेरी माँ ने मुझे यह सब बताया तो मुझे बड़ी ही राहत मिली। लेकिन मेरी माँ ने कहा था कि यह बात तुम किसी को मत बताना। कई सालों बाद आज मैं आपको यह बात बता रहा हूँ। अब मैं 30 साल का हो चुका हूँ और अभी मैं सऊदी अरब में काम कर रहा हूँ। यहाँ सऊदी अरब में भी मेरे साथ ऐसा ही कुछ हुआ जिसकी वजह से मैंने आपके साथ अपनी यह पुरानी घटना शेयर की थी।
11 नवंबर, 2014 की एक रात को मैं रात को जल्दी उठ गया था, उस समय रात के ठीक 1 बजे थे। मैंने एक सिगरेट जलाई और मैं अपनी बालकनी में सिगरेट पीने के लिए चला गया। मैंने सऊदी अरब के एक आदमी को सफेद कपड़े पहने हुए देखा जो वे अक्सर पहनते है।
वह आदमी बास्केटबॉल कोर्ट के बीच में एक बड़ी लकड़ी पकड़कर खड़ा था और वह उस लकड़ी को बास्केट की तरफ देखते हुवे नीचे जमीन पर पटक रहा था और जोर-जोर से चिल्ला रहा था। मुझे लगा कि वो कोई पागल है। क्योंकि उस समय वो वहाँ अकेला था और पागलों जैसी हरकतें कर रहा था।
लेकिन खास बात यह थी कि उसकी चिल्लाने की आवाज मुझे सुनाई नहीं दे रही थी। मैं पहली मंजिल पर उसके बिल्कुल ही करीब था फिर भी मुझे उसकी आवाज सुनाई नहीं दे रही थी।
उसके बाद मैंने अपना मोबाइल निकाला और उसका वीडियो बनाने लगा। मैंने उसकी 4 मिनट की वीडियो बनाई। फिर मैंने वह वीडियो बनाना बंद किया तो मैंने देखा कि वो वहाँ पर नहीं था। मुझे नहीं पता कि वह कब वहाँ से गायब हो गया। उसके बाद मैं अपने कमरे के अंदर चला गया और मैंने वह वीडियो चलाई तो मैं बहुत ही हैरान हो गया। मैंने देखा कि उस वीडियो के अंदर कुछ भी नहीं था सिर्फ बास्केटबॉल कोर्ट था और कुछ भी नहीं।
फिर मुझे एहसास हुआ कि कई वर्षों बाद यह दूसरी बार है जब मैं ऐसी अजीब सी स्थिति का सामना कर रहा हूँ।
So I hope Guys आपको यह Horror Story अच्छी लगी होगी।
पढ़ने के लिए धन्यवाद।
Story Credit (C) https://www.yourghoststories.com/real-ghost-story.php?story=21125
दोस्तों, मैं आशा करता हूँ कि आपको “रात में सफेद साड़ी में एक महिला (Raat Me Safed Saree Me Ek Mahila) Horror Story In Hindi” शीर्षक वाली यह Real Horror Story पसंद आई होगी। ऐसी और भी Real Ghost Stories In Hindi में सुनने के लिये, हमारे ब्लॉग www.HorrorStoryHindi.com पर बने रहे। यदि आप YouTube पर Ghost Stories सुनना पसंद करते है तो मेरे YouTube Channel “Creepy Content” को सब्सक्राइब कर ले।
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