भूल भुलैया बस्ती (Bhool Bhulaiyaa Basti) Horror Story: एक व्यक्ति अकेले सफर पर चलता हुआ एक छुपी हुई बस्ती तक पहुँचता है, जहाँ अजीबोगरीब लोग बिना साये के रहते हैं। बस्ती का रहस्य उसे डर और अनजानी ताकतों के जाल में फँसा देता है।
*इस कहानी को पढ़ने की बजाय ऑडियो में सुने।
एक सुनसान दोपहर का समय था। मैं अपने सफ़र पर अकेला था, पहाड़ी रास्ते पर चलते हुए, जब अचानक ही मुझे पेड़ों के झुंड के पीछे एक छुपी हुई बस्ती दिखाई दी। पहले तो मुझे लगा कि ये मेरी आँखों का धोखा है, पर फिर मैं रुका और अच्छी तरह से देखा। हवा में एक अजीब सी ठंडक थी, और माहौल में कुछ असामान्य सा लग था। फिर भी, मुझे उस बस्ती की ओर खिंचाव महसूस हुआ।
बस्ती में कदम रखते ही एक अजीब सा सन्नाटा छा गया। पहले मुझे लगा कि शायद सब लोग अपने घरों में होंगे, लेकिन जब मैं आगे बढ़ा, तो कुछ लोग रास्ते पर दिखाई दिए। उनके चेहरे सफ़ेद और भयंकर से थे। कोई मुस्कुरा नहीं रहा था, कोई आवाज़ नहीं थी। हर तरफ बस एक सन्नाटा था। पर सबसे अजीब बात ये थी कि किसी भी निवासी का साया नहीं था। न उनके पैरों के नीचे, न पेड़ों के पास, और न ही उनके आस-पास कहीं और। ये देख कर मेरी धड़कन तेज़ हो गई।
मुझे लगा कि शायद मुझे यहाँ से वापस चला जाना चाहिए, पर एक अजीब सी शक्ति मुझे रुकने पर मजबूर कर रही थी। मैं आगे बढ़ता गया और बस्ती के एक विशाल मंदिर के पास पहुँच गया। मंदिर पूरा भूतिया और पुराना लग रहा था। उस पर कच्ची राख की परतें थीं और दीवारों पर अजीब-आकार के चिन्ह बने थे। तभी, एक बुज़ुर्ग महिला ने मुझे देखा और मेरे पास आई। उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान थी, पर उसकी आँखों में कुछ अजीब सा और भयावह था।
“मुझे लगा था तुम यहाँ आओगे,” उसने धीरे से कहा। मैं डर के मारे कुछ बोल नहीं पाया। कमाल की बात थी कि उस महिला का साया भी नहीं था।
“मुझे जाना है,” मैंने डर और घबराहट में कहा, लेकिन वो महिला बस मुस्कुराई और बोली, “इस बस्ती में जो एक बार आ जाता है, वो यहाँ से वापस नहीं जा सकता। तुम अब हमेशा यहीं रहोगे।”
मेरी धड़कनें और तेज़ हो गईं। मैंने पीछे मुड़ कर भागने की कोशिश की, पर हर मोड़ पर मुझे वही लोग और वही चेहरे दिखाई देने लगे। ऐसा लग रहा था जैसे पूरा गाँव मुझे घेर रहा हो। और उनके बीच, साये के वो लोग कुछ ज़िंदा भी लगते थे और कुछ मरे हुए भी। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ?
मैं बस्ती से बाहर भागने की कोशिश करते हुए सीधा जंगल की तरफ भाग गया, लेकिन जैसे ही जंगल के उसी रास्ते से वापस निकलने की कोशिश की, मुझे वापस वही बस्ती दिखाई देने लगी। ऐसा लगता था जैसे मैं एक चक्रव्यूह में फँस गया हूँ, और हर तरफ बस वो ही डरावने चेहरे हैं।
उस रात मैं एक मंदिर के पास छुप गया। मैं थक के चूर हो गया था, और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ। तभी मुझे कुछ लोगों की आवाज़ सुनाई दी, जो धीरे-धीरे मंदिर के पास आ रहे थे। मैंने उनकी बातें सुनी।
“ये हमारे शापित लोग हैं, जो कभी हमारे साथ एक जैसे थे। जो यहाँ एक बार आते हैं, वो कभी अपने साये को वापस नहीं पा सकते,” उन लोगों में से एक ने कहा।
मुझे समझ आया कि यहाँ आने वाले लोग अपना साया खो देते हैं और फिर वो हमेशा यहाँ के वासी हो जाते हैं। मैं डर से काँप रहा था। क्या मैं भी अपना साया खो चुका हूँ?
तभी वो लोग मेरे पास आ गए और एक विशाल दीवार के पास मुझे ले गए जहाँ अनेकों लोगों के साये चिपकाए गए थे। हर साया एक रूह के जैसे लगता था, और उस शैतानी बस्ती में, मैं समझ गया कि अगर मुझे वहाँ से ज़िंदा निकलना है तो मुझे अपना साया वापस पाना होगा।
लेकिन जब तक सुबह हुई, मेरे पास अपना साया नहीं था।
So I hope Guys आपको यह Horror Story अच्छी लगी होगी।
पढ़ने के लिए धन्यवाद।
दोस्तों, मैं आशा करता हूँ कि आपको “भूल भुलैया बस्ती (Bhool Bhulaiyaa Basti) Horror Story In Hindi” शीर्षक वाली यह Real Horror Story पसंद आई होगी। ऐसी और भी Real Ghost Stories In Hindi में सुनने के लिये, हमारे ब्लॉग www.HorrorStoryHindi.com पर बने रहे। यदि आप YouTube पर Ghost Stories सुनना पसंद करते है तो मेरे YouTube Channel “Creepy Content” को सब्सक्राइब कर ले।
धन्यवाद!