भूल भुलैया बस्ती (Bhool Bhulaiyaa Basti)
Read Time: 3 minutes एक व्यक्ति अकेले सफर पर चलता हुआ एक छुपी हुई बस्ती तक पहुँचता है, जहाँ अजीबोगरीब लोग बिना साये के रहते हैं। बस्ती का रहस्य उसे डर और अनजानी ताकतों के जाल में फँसा देता है।..[…]
Read Time: 3 minutes एक व्यक्ति अकेले सफर पर चलता हुआ एक छुपी हुई बस्ती तक पहुँचता है, जहाँ अजीबोगरीब लोग बिना साये के रहते हैं। बस्ती का रहस्य उसे डर और अनजानी ताकतों के जाल में फँसा देता है।..[…]
Read Time: 3 minutes बिजुका की यह डरावनी कहानी एक ऐसे व्यक्ति के बारे में है जो अपनी मृत पत्नी की यादों में पूरी तरह से खो जाता है और मर जाता है लेकिन एक दिन वह एक बिजूका बनकर लौटता है। यह कहानी हमारे गाँव की है जहाँ पर सब ख़ुशहाली से रहते है और सभी अपने काम में मस्त लगे रहते है। पर यहाँ पर एक भयानक सच ऐसा है जिसके बारे में सभी बात..[…]
Read Time: 4 minutes यह कहानी एक आदमी की कल्पना पर आधारित है, इसमें एक आदमी होता है जो सही से सो नहीं पा रहा होता है। जिस कारण से वो एक ऐसी कल्पना के चक्कर में फंस जाता है, जो उसको वास्तविकता से परे कर देती है और फिर उस दुनिआ (जिसमें उस आदमी की कल्पना चलती है) से कोई तो आता है। एक रात आप अपने पलंग पर बैठे हो।..[…]
Read Time: 6 minutes चर्च की छत की घंटी ज़ोर से बजने लगी और तब राज का ध्यान चर्च की छत पर गया, तो अपने दोस्त रतन की लाश उसी घंटी पर लटकती हुई पाई. रतन की रहस्यमई मौत को देख, राज के पैरों तले ज़मीन खसक गयी और वो खुदको रतन की मौत का ज़िम्मेदार समझने लगा. राज और रतन असम में स्थित गुहाटी में रहते थे और..[…]
Read Time: 6 minutes सत्यप्रकाश रात को सोने से डर रहा था। अकेले होने के कारण, उसने अपने पुरे घर के खिड़की-दरवाजे बंद कर दिए। उसकी पत्नी एक हफ्ते के लिए बाहर गयी थी। सत्यप्रकाश ने अपने कानों में रुई डाली और अपना फ़ोन साइलेंट कर दिया, क्यूंकि ज़रा सी आहट से भी वह कांप जाता। घबराते हुए सोचने लगा कि वही आवाज़ आज भी..[…]
Read Time: 43 minutes Total Read: 127 Total Reading Time: 1 Hour क्या राज़ है ? पिशाचों का रहस्य्मयी गाँव A Tale Of Fear मेरा अभिषेक सोलंकी(काल्पनिक) हूँ । में M. A. 2nd ग्रेड का टीचर हू और अंग्रेजी पढ़ाता हूँ। एक दिन जब में ऑफिस
Read Time: 6 minutes Total Read: 97 एक मजाकिया दैत्य Ek Majakiya Detya- Horror Story Hindi रात का अँधेरा ऊपर से देर रात को जॉब से लौटकर आना बड़ा ही डरावना अहसास होता है. मेरा नाम विशाल है और मैं एक शॉपिंग मॉल में काम करता