हेलोवीन शापित बिजूका (Halloween Shaapit Pumpkin Scarecrow) Horror Story: विलो क्रीक गाँव में हर हैलोवीन पर एक कद्दू सिर वाला पुतला जागता है। तीन बच्चे उसकी सच्चाई जानने निकलते हैं और एक खतरनाक रात का सामना करते हैं। गाँव वाले मिलकर उस पुतले को खत्म करने की योजना बनाते हैं।
*इस कहानी को पढ़ने की बजाय ऑडियो में सुने।
अमेरिका के छोटे से गाँव विलो क्रीक की यह कहानी है। यह गाँव अपने वीरान और भूतिया खेत के लिए जाना जाता था, जो गाँव से कुछ दूर एक पहाड़ी के नीचे था। कहते थे कि वह खेत श्रापित था, और वहाँ अजीब-अजीब घटनाएँ होती थीं। लोग कहते थे कि उस खेत में कोई भयानक ताकत रहती है जो हर हैलोवीन की रात जाग उठती है। गाँव के लोग अपने बच्चों को चेतावनी देते थे कि वे कभी भी उस खेत के पास न जाएँ, खासकर हैलोवीन की रात।
लेकिन तीन बच्चे—टॉमी, एम्मा, और जैक—जो हमेशा रोमांच और मस्ती की तलाश में रहते थे, उन्होंने सोचा कि वे इस रहस्य को जरूर जानेंगे। हैलोवीन की रात को, उन्होंने ठान लिया कि वे उस डरावने खेत में जाकर देखेंगे कि वहाँ क्या है।
रात के अंधेरे में, तीनों बच्चे अपनी टॉर्च के सहारे खेत की ओर बढ़े। रास्ते में टॉमी ने हँसते हुए कहा, “कितना भी डरावना क्यों न हो, ये बस एक पुरानी कहानी है। डर के मारे सभी इस खेत को भूतिया मानते हैं।” लेकिन अंदर से सभी घबराए हुए थे। जैसे ही वे खेत के पास पहुँचे, उन्होंने देखा कि खेत के बीचों-बीच एक बड़ा सा पुतला खड़ा था। उस पुतले का सिर एक बड़े कद्दू का बना हुआ था, और उस पर एक भयानक चेहरा बना हुआ था। उसकी आँखें लाल थीं और उसमें से एक डरावनी सी मुस्कान झाँक रही थी।
एम्मा ने फुसफुसाते हुए कहा, “ये पुतला कुछ अजीब है… ऐसा लग रहा है जैसे ये हमें देख रहा हो।” लेकिन जैक ने हँसते हुए उसे मजाक में उड़ा दिया। टॉमी ने कद्दू के सिर वाले पुतले के करीब जाकर उसे ध्यान से देखा। अचानक हवा ठंडी और भारी हो गई, जैसे किसी ने वहाँ की सारी गर्मी खींच ली हो। तभी पुतले का सिर धीरे-धीरे उनकी ओर घूमने लगा। उसकी आँखें चमक उठीं, और उसकी भयानक मुस्कान और भी गहरी हो गई।
तीनों बच्चों ने देखा कि पुतला अब धीरे-धीरे हिलने लगा था। वे डर के मारे वहीं जड़ हो गए। तभी पुतले ने अपने लकड़ी के बड़े-बड़े हाथ उठाए और उनकी ओर बढ़ने लगा। एम्मा ने जोर से चीखते हुए कहा, “भागो! ये पुतला जिंदा है!”
तीनों बच्चों ने अपनी जान बचाने के लिए खेत से बाहर भागने की कोशिश की। पुतला उनके पीछे-पीछे चलने लगा। उसके लकड़ी के पैर जमीन पर घिसट रहे थे, और उसके कद्दू के सिर से एक भयानक आवाज़ आ रही थी, जैसे वह हँस रहा हो। बच्चे खेत के किनारे पहुँच चुके थे, लेकिन पुतला तेजी से उनके करीब आता जा रहा था। टॉमी ने घबराते हुए कहा, “हमें जल्दी से गाँव पहुँचकर सबको बताना होगा!”
भागते-भागते तीनों बच्चे आखिरकार गाँव पहुँच गए। उन्होंने अपने परिवार और गाँव के लोगों को सारी बात बताई। गाँव वालों को उस पुतले के बारे में सुनकर डर और गुस्सा दोनों आया। उन्होंने याद किया कि सालों पहले उसी खेत में सैम्युअल ग्रेव्स नाम का एक किसान रहता था। सैम्युअल को गाँव के लोग पसंद नहीं करते थे। वह बहुत गुस्सैल और क्रूर स्वभाव का था। गाँव में लोग उसे डर के मारे अकेला छोड़ देते थे।
सालों पहले की बात थी जब हैलोवीन की रात को, सैम्युअल ने गाँव वालों से बदला लेने की ठानी थी। उसे लगा कि लोग उससे नफरत करते हैं और उसे अकेला छोड़ देते हैं। वह इतना क्रोधित हुआ कि उसने अपने खेत में एक बड़ा सा पुतला बनाया और उसमें एक कद्दू का सिर लगाया। वह उस पुतले के पास जाकर बैठा और बदले की आग में जलते हुए कसम खाई कि जो भी उसके खेत में आएगा, उसकी आत्मा को वह अपने साथ ले जाएगा।
गाँव वालों को अब समझ में आ गया कि वह पुतला दरअसल सैम्युअल की आत्मा से बसा हुआ है, और वह हर हैलोवीन की रात जागता है, अपने बदले की आग में लोगों को डराने और जान लेने के लिए। गाँव वालों ने तय किया कि अब इस श्रापित आत्मा को हमेशा के लिए शांत करना ही पड़ेगा। उन्होंने अपने हाथों में मशालें लीं और पुतले को जलाने के लिए उस खेत की ओर बढ़े।
जैसे ही वे खेत में पहुँचे, पुतला फिर से अपनी जगह खड़ा था। उसकी लाल आँखें चमक रही थीं, और उसकी भयानक मुस्कान फिर से झलक रही थी, जैसे वह उनके डर का मज़ाक उड़ा रहा हो। गाँव के लोग उसके चारों ओर जमा हो गए, और उन्होंने पुतले के चारों ओर मशालों का घेरा बना दिया। जैसे ही उन्होंने तेल छिड़ककर उस पर आग लगाई, पुतले ने जोर से चीखना शुरू कर दिया। उसकी भयानक चीखों से ऐसा लग रहा था कि जैसे सैम्युअल की आत्मा दर्द में तड़प रही हो।
पुतला जलने लगा, और उसके साथ-साथ सैम्युअल की आत्मा भी राख में बदलने लगी। उसकी चीखें धीरे-धीरे कम होती गईं, और कुछ ही देर में सब कुछ शांत हो गया।
गाँव वालों ने राहत की साँस ली। उन्होंने उस रात को यादगार बना लिया कि अब उस खेत का श्राप खत्म हो चुका है। लेकिन विलो क्रीक के लोग अब भी हैलोवीन की रात को उस खेत के पास नहीं जाते। कहते हैं कि वे अब भी सैम्युअल की कसम को याद करते हैं, ताकि कोई भी भविष्य में उस डरावने पुतले के पास न जाए।
So I hope Guys आपको यह Horror Story अच्छी लगी होगी।
पढ़ने के लिए धन्यवाद।
दोस्तों, मैं आशा करता हूँ कि आपको “हेलोवीन शापित बिजूका (Halloween Shaapit Pumpkin Scarecrow) Horror Story In Hindi” शीर्षक वाली यह Real Horror Story पसंद आई होगी। ऐसी और भी Real Ghost Stories In Hindi में सुनने के लिये, हमारे ब्लॉग www.HorrorStoryHindi.com पर बने रहे। यदि आप YouTube पर Ghost Stories सुनना पसंद करते है तो मेरे YouTube Channel “Creepy Content” को सब्सक्राइब कर ले।
धन्यवाद!