निशिर डाक की पुकार (Nishir Daak ki Pukar)

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निशिर डाक की पुकार (Nishir Daak ki Pukar) Horror Story: “निशिर डाक की पुकार” या “निशी का तीसरा बुलावा” कहानी में रवि एक रहस्यमयी रात का सामना करता है, जब उसे किसी करीबी की आवाज़ सुनाई देती है। गांव की मान्यताओं के बावजूद, वह बाहर जाता है, लेकिन जल्द ही उसे एक डरावनी सच्चाई का एहसास होता है।

*इस कहानी को पढ़ने की बजाय ऑडियो में सुने।

गाँव में कई दिनों से अजीब घटनाएँ हो रही थीं। रात को लोगों को अपने घर के बाहर किसी प्रियजन की आवाज़ सुनाई देती, जैसे कोई उन्हें बुला रहा हो। लेकिन गाँव के बुज़ुर्गों ने चेतावनी दी थी – “अगर रात में किसी की आवाज़ सुनाई दे, तो कभी जवाब मत देना। ये निशिर डाक है।”

रवि एक साहसी और जिज्ञासु लड़का था। उसे इन कहानियों पर ज्यादा यकीन नहीं था। एक रात, जब वह अपने कमरे में किताब पढ़ रहा था, तो अचानक उसे अपनी माँ की आवाज़ सुनाई दी, “रवि…बेटा, बाहर आ।”

रवि ने सोचा, उसकी माँ क्यों इस समय उसे बुला रही है? उसने खिड़की से झाँक कर देखा, लेकिन कोई दिखाई नहीं दिया। फिर से आवाज़ आई, “रवि, बाहर आ।” यह वही आवाज़ थी, लेकिन कुछ अजीब था, मानो आवाज़ में कोई गहराई नहीं थी।

उसे गाँव के बड़े-बुजुर्गों की बात याद आई – निशिर डाक सिर्फ दो बार बुलाती है। तीसरी बार अगर कोई बुलाए, तो समझो सुरक्षित हो। रवि थोड़ा घबराया, पर उसने ठान लिया कि वह तीसरी बार का इंतजार करेगा। उसने खुद को संभाला और चुपचाप बैठ गया।

कुछ पल बीते और फिर आवाज़ फिर से आई, “रवि…बाहर आ।”

यह तीसरी बार थी! उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगा, क्योंकि तीसरी आवाज़ का मतलब था कि यह निशी नहीं है। उसने दरवाज़ा खोला और बाहर कदम रखा।

बाहर घना अंधेरा था। अचानक उसकी माँ सामने खड़ी दिखी। उसने मुस्कुराते हुए कहा, “रवि, यहाँ आओ।” रवि की चिंता कम हो गई और वह उसके पास जाने लगा। तभी, उसे अपनी माँ के कमरे से किसी चीज़ के गिरने की आवाज़ सुनाई दी।

रवि ने झट से पीछे मुड़कर देखा – उसकी माँ तो सो रही थी!

उसे तुरंत समझ आ गया कि जो सामने खड़ी है, वो उसकी माँ नहीं है। उसकी सांसें थम गईं, पैर जैसे जम गए। सामने खड़ी “माँ” अचानक डरावनी शक्ल में बदल गई। उसकी आँखें लाल हो गईं और चेहरे पर एक भयानक मुस्कान फैल गई।

“अब बचकर कहाँ जाएगा?” एक ठंडी और गूंजती हुई आवाज़ में उसने कहा। रवि ने डर से कांपते हुए पीछे हटने की कोशिश की, पर वो परछाई उसकी तरफ तेजी से बढ़ने लगी।

Nishir Daak ki Pukar

उसी समय, अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और रवि ज़मीन पर गिर पड़ा। उसकी आँखों के सामने सबकुछ धुंधला हो गया। जब उसने होश में आने की कोशिश की, तो देखा कि वह अपने कमरे में था। पसीने से लथपथ, उसका दिल तेज़ी से धड़क रहा था।

क्या वो सब एक सपना था? लेकिन उसके कमरे की खिड़की अब भी खुली थी, और बाहर से धीरे-धीरे वही आवाज़ फिर से सुनाई दी, “रवि…बेटा, बाहर आ…”

So I hope Guys आपको यह Horror Story अच्छी लगी होगी।

पढ़ने के लिए धन्यवाद।


दोस्तों, मैं आशा करता हूँ कि आपको “निशिर डाक की पुकार (Nishir Daak ki Pukar) Horror Story In Hindi” शीर्षक वाली यह Real Horror Story पसंद आई होगी। ऐसी और भी Real Ghost Stories In Hindi में सुनने के लिये, हमारे ब्लॉग www.HorrorStoryHindi.com पर बने रहे। यदि आप YouTube पर Ghost Stories सुनना पसंद करते है तो मेरे YouTube ChannelCreepy Content” को सब्सक्राइब कर ले।

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