वो अजीब सा साया (Chalawa Bhoot Ka Saya)
Read Time: 3 minutes यह बात तब कि है, जब मैं अपनी कॉलेज की छुट्टियों पर अपने गाँव में गया हुआ था। मेरे परिवार में कुल 6 लोग है। गाँव में, हमारे घर में, मैं अपने दादा-दादी के साथ ही सोता था। गाँव में रहने वाले लोग जल्दी ही जग जाते है और सुबह-सुबह ही काम करने के लिए अपने खेतों की तरफ चले जाते हैं। मेरी दादी सुबह 5 बजे ही उठ जाया करती थी और वो..[…]