Chalawa Bhoot Real Horror Story In Hindi

वो अजीब सा साया (Chalawa Bhoot Ka Saya)

Read Time: 3 minutes यह बात तब कि है, जब मैं अपनी कॉलेज की छुट्टियों पर अपने गाँव में गया हुआ था। मेरे परिवार में कुल 6 लोग है। गाँव में, हमारे घर में, मैं अपने दादा-दादी के साथ ही सोता था। गाँव में रहने वाले लोग जल्दी ही जग जाते है और सुबह-सुबह ही काम करने के लिए अपने खेतों की तरफ चले जाते हैं। मेरी दादी सुबह 5 बजे ही उठ जाया करती थी और वो..[…]

The Haunted Jungle (Bhutiya Jungle) Horror Story In Hindi

भूतिया जंगल (The Haunted Jungle)

Read Time: 2 minutes आज मैं आपको जिस अजीब और बेहद डरावने अनुभव के बारे में आपको बताने जा रहा हूं वह अनुभव मेरे चाचा और उनके दोस्तों के साथ कई सालों पहले हुआ था। मेरे चाचा और उनके दोस्त महाराष्ट्र का दौरा कर रहे थे। मेरे चाचा बिल्कुल भी भूतों की बातों पर विश्वास नहीं करते थे। जब वे कोंकण (महाराष्ट्र का क्षेत्र) में भ्रमण कर रहे। तब वे सभी लोग..[…]

chudail real horror stories in hindi

Chudail Real Horror Stories in Hindi [काली चुड़ैल, खेत में चुड़ैल]

Read Time: 7 minutes दो चुड़ैलों की सच्ची डरावनी कहानियाँ जिन्हें सुनकर किसी का भी दिल दहल सकता है। पहली कहानी एक बरगद के पेड़ की काली चुड़ैल की है और दूसरी एक शराब की प्यासी चुड़ैल की। यह कहानी हमारे गाँव की काली चुड़ैल के बारे में है। गाँव के लोगों का कहना है कि वह जंगल के किनारे पर बने बरगद के पेड़ पर रहती है और वहाँ से गाँव के..[…]

Bhoot Se Samna Horror Story In Hindi

भूत से सामना (Bhoot Se Samna)

Read Time: 3 minutes मैं हनुमानजी का बहुत बड़ा भक्त हूँ और मैं रोज़ उनकी पूजा करता हूँ और उन्ही की वजह से मेरी जान बची। दोस्तों मैं, गाँव में रहता हूँ और यह तब कि बात है जब मैं और मेरे कुछ दोस्त रात को घूमने के लिए खेतो की तरफ जाया करते थे। ऐसे ही एक दिन की बात है जब हम खेतो में घूम रहे थे तो मेरा एक दोस्त है मगन जो हम से कहने लगा की..[…]

Aadamkhor Bhoot Ki Kahani Horror Story in Hindi

आदमखोर भूत की कहानी

Read Time: 3 minutes मेरा उस भूत से कभी सामना नहीं हुआ और अगर सामना होता तो आज मैं इस कहानी को बताने के लिए जिन्दा नहीं होता। लोग कहते है कि वो भूत घने जंगल में रहता है और रात को जानवरों का शिकार करता है। कई बार तो लोगों ने अजीबोगरीब तरह की आवाजे भी सुनी है उस जंगल से। कोई भी उस जंगल के आसपास नहीं जाता और लकड़ियाँ..[…]